शिमला, हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम के निदेशक मंडल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि उत्कृष्टता केंद्र (पर्यटन एवं आतिथ्य और सूचना प्रौद्योगिकी) के संचालन के भागीदारों के लिए एक्सप्रेशन आॅफ इंटेरेस्ट तैयार करने के लिए गठित समिति से मिले सुझावाें के आधार पर पर्यटन एवं आतिथ्य उत्कृष्टता केंद्र के लिए संदर्भ मसौदा तैयार कर लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वाकनाघाट उत्कृष्टता केंद्र का भू एवं भवन स्वामित्व तकनीकी शिक्षा विभाग के पास है और इसे हिप्र कौशल विकास निगम द्वारा प्रस्तावित संचालन भागीदार के माध्यम से संचालन एवं प्रशिक्षण के लिए 100 रुपये प्रतिवर्ष की रियायती लीज़ पर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि होटल संचालन एवं प्रबंधन, खाद्य और पेय पदार्थ संचालन, खाद्य एवं पेय उत्पादन, स्वस्थता एवं आरोग्य और खाद्य प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में विशेषज्ञ प्रशिक्षण के लिए प्रस्तावित उत्कृष्टता केंद्र में शुरू किए जाएंगे।
यह उत्कृष्टता केंद्र कम से कम 100 विद्यार्थियों के लिए 2021-22 सत्र से संचालन भागीदारों की वर्तमान प्रशिक्षण सुविधाओं का उपयोग करते हुए प्रशिक्षण की रूपरेखा शुरू करेगा। जय राम ठाकुर ने कहा कि कौशल विकास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रमुख कार्यक्रमों में एक है और राज्य सरकार भी प्रदेश क युवाओं के कौशल उन्नयन के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि उद्योगों की मांग के अनुरूप उन्हें प्रशिक्षित किया जा सके। उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण के बाद शीघ्र रोजगार मिल सके, जिसके लिए निगम को उद्योगों के साथ बेहतर तालमेल बनाए रखना चाहिए। कौशल विकास निगम के राज्य समन्वयक नवीन शर्मा ने भी इस अवसर पर अपने बहुमूल्य सुझाव दिए। कौशल विकास निगम के प्रंबधक रोहन चंद ठाकुर ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया। तकनीकी शिक्षा और सूचना प्रद्यौगिकी मंत्री डाॅ. राम लाल मारकंडा, मुख्य सचिव अनिल खाची, प्रधान सचिव वित्त प्रबोध सक्सेना, प्रधान सचिव तकनीकी शिक्षा के.के. पंत, सचिव शिक्षा डाॅ. राजीव शर्मा व अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित रहे।