जिला कांगड़ा में शुरू हुई ई-डिस्टिक्ट प्रणाली
धर्मशाला : राजस्व प्रणाली पत्रों बनाने के लिए जिला कांगड़ा के लोगों को दफ्तरों की चक्कर काटने की जरूरत नहीं होगी। अब घर बैठे ही सभी प्रमाणपत्र बनाए जा सकते हैं। जिला प्रशासन ने ई-डिस्टिक्ट प्रणाली शुरू कर दी है। जिससे जिला में तहसील, उप-तहसील में बनने वाले राजस्व प्रमाणपत्रों के लिए ऑनआइन आवेदन किया जा सकता है। डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति ने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को यदि तहसील-उप तहसील से किसी प्रमाण पत्र की जरूरत है तो वह ई-डिस्ट्रिक्ट वेबसाइट http://www.edistrict.hp.gov.in पर लॉग इन करके संबंधित प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर सकता है और अपने दस्तावेज़ भी अपलोड कर सकता है । इस प्रणाली के माध्यम से पिछड़ा क्षेत्र, कानूनी वारिस, अल्पसंख्यक, कृषक, डोगरा क्लास, चरित्र प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, बोनाफाइड, आय प्रमाण पत्र, ओबीसी प्रमाण पत्र, स्वतंत्रता सेनानी प्रमाण पत्र, स्थाई निवासी इत्यादि विभिन्न प्रमाण पत्र ऑनलाइन बनवाए जा सकते हैं। डीसी ने कहा कि कोरोना काल के यह प्रणाली सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने और लोगों कीे सुविधा देने के लिए कारगर सिद्ध होगी। तहसील-उप तहसील कार्यालय में सिर्फ दस्तावेज़ पंजीकरण की सेवाओं के लिए ही विजिट किया जाए । प्रमाण पत्रों के सभी आवेदनों का समयबद्ध तरीके से निष्पादन किया जाएगा । तहसील – उप तहसील से आवेदन की स्वीकृति के बाद आवेदक स्वयं प्रमाण पत्र को डाउनलोड और प्रिंट कर पाएगा । नागरिकों द्वारा उक्त आवेदनों के लिए अपने नज़दीकी कॉमन सर्विस सेंटर या लोक मित्र केंद्र की सेवाओं का उपयोग भी किया जा सकता है । इसके लिये राजस्व विभाग द्वारा कॉमन सर्विस सेंटर या लोक मित्र केंद्र की राजस्व प्रमाण पत्रों से जुड़ी सेवाओं के लिए फीस निर्धारित की गई है, जिसमें 17 रुपए सरकारी प्रभार, 10 रुपए आवेदन फीस, 10 रुपए प्रिंटिंग शुल्क और 2 रुपए प्रति पेज स्कैनिंग चार्ज निर्धारित किए गए हैं । यदि कोई कॉमन सर्विस सेंटर या लोक मित्र केंद्र नागरिकों से इससे अधिक शुल्क वसूलता है या सरकार द्वारा निर्धारित दरों पर सेवा देने से इनकार करता है तो उसे नागरिक से शिकायत मिलने पर तुरंत बंद कर दिया जाएगा।
