स्मार्ट सिटी में 98.46 करोड़ रुपये से बनेगा इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर: सुरेश भारद्धाज
धर्मशाला, डीआरडीए के सभागार में स्मार्ट सिटी और नगर निगम की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए शहरी विकास, आवास एवं नगर नियोजन तथा विधि, संसदीय कार्य एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्धाज ने कहा कि धर्मशाला स्मार्ट सिटी में 98.46 करोड़ रुपये की लागत से इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर बनने जा रहा है। जिसकी सैद्धातिंक मंजूरी मिल चुकी है जबकि शहर में आम जनता की सुविधा के लिये 60 करोड़ रुपये की लागत से पैदल यात्री अनुकूल सड़कें और स्ट्रीट्स बनाई जा रही हैं। शहरी विकास मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी स्मार्ट सिटी परियोजना के कार्यों का समयबद्व कार्यन्वयन सुनिश्चित करने के लिये दैनिक आधार पर समीक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना में प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों की परोक्ष भूमिका है। 18.50 करोड़ रुपये की लागत से एचआरटीसी के माध्यम से शहर के लिये 15 ई-बसें खरीदी जा रही हैं । उन्होंने कहा कि इन बसों के आने से शहर में पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलेगी और शहर को आधुनिक परिवहन सुविधा प्राप्त होगी।
उन्होंने बताया कि 52.75 करोड़ रुपये की लागत से अन्य योजनाओं के साथ कनवरजेंस कर 8 परियाजनाओं पर कार्य पूर्ण किया जा चुका है। इसमें 57 लाख रुपये की लागत से शहरी बेघरों के आश्रय स्थल, 3.43 करोड़ रुपये की लागत से उपायुक्त कार्यालय में पार्किंग स्थल, 29.73 करोड़ रुपये की लागत से पेयजल योजनाओं के स्त्रोतों का उन्नयन और आटोमेशन, 3.70 करोड़ रुपये की लागत से भागसूनाग क्षेत्र के विकास, 4.44 करोड़ रुपये की लागत से शहर की सड़कों की मरम्मत और उन्नयन, 1.55 करोड़ रुपये की लागत से स्मार्ट एलईडी स्ट्रीट लाईटलिंग, 5.19 करोड़ रुपये की लागत से आवास परियोजना और 4.14 करोड़ रुपये की लागत से भागसू सांस्कृतिक केन्द्र के कार्य पूर्ण किये जा चुके हैं। शहरी विकास मंत्री ने कहा कि इसके अलावा 40.98 करोड़ रुपये की लागत से रूफटॉप सोलर प्लांट, स्मार्ट क्लासरूम, समावेशी स्मार्ट सड़कों, धर्मशाला स्मार्ट सिटी वेबसाईट, ई-नगरपालिका, जीआईएस वेब पोर्टल, रूटजोन सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तथा भूमिगत डस्टबिन के कार्य पूर्ण किये जा चुके हैं।
सुरेश भारद्धाज ने कहा कि स्मार्ट सिटी के तहत 132.44 करोड़ रुपये के विकास कार्य प्रगति पर हैं। इसमें आधुनिक बाधा मुक्त बस शेल्टर, दलाई लामा मंदिर पार्किंग, पर्वतारोहण संस्थान के होस्टल का उन्नयन कार्य, मौजूदा पैदल मार्ग और सीढ़ियों के सुधारीकरण, रूफटॉप पीवी प्लांट फेस-।।, सम्पति कर मानचित्रिकरण, समावेशी स्मार्ट सिटी स्ट्रीट (लोक निर्माण विभाग), नड्डी स्थित रूटजोन सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तथा स्टेट-ऑफ-आर्ट पेयजल शोधन योजना पर कार्य चल रहा है जबकि डिजिटल पेमेंट सिस्टम का कार्य निजी बैंक के माध्यम से शुरू किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त 18.03 करोड़ रुपये के बस स्टैंड से शिक्षा बोर्ड तक की स्मार्ट सड़क, 1.38 करोड़ रुपये के ईको पर्यटन, 22.44 करोड़ रुपये के स्मार्ट सिटी कार्यालय कम्पलेक्स, 13.50 करोड़ रुपये की लागत से भूमिगत केबलिंग और 26 लाख रुपये की लागत के ऑल एबिलिटी पार्क का कार्य आरंभिक चरण में है। शहरी विकास मंत्री ने कहा कि स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत 21.24 करोड़ रुपये व्यय कर स्मार्ट मीटर भी लगाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के तहत सभी कामों को अमलीजामा पहनाया जाएगा ताकि शहर साफ-सुथरा रहे। उन्होंने स्मार्ट सिटी के तहत लंबित कार्यों को समयबद्व पूरा करने के अधिकारियों को निर्देश दिये। इससे पूर्व आयुक्त नगर निगम एवं एमडी व सीईओ स्मार्ट सिटी प्रदीप ठाकुर ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए स्मार्ट सिटी के तहत कार्यन्वित किये जा रहे विभिन्न कार्यों की विस्तार से जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर धर्मशाला के विधायक विशाल नेहरिया, हिमुडा के उपाध्यक्ष प्रवीण शर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्रभूषण नाग, उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति, एसपी विमुक्त रंजन सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।